इसका प्रयोग अधिकतर भोज्य पदार्थों में किया जाता है। इससे विभिन्न प्रकार के पदार्थ, जैसे तेल, पेक्टिन, सिट्रिक अम्ल, रस, स्क्वाश तथा सार (essence) आदि तैयार किए जाते हैं।।
  
एक बड़ी राशि में विटामिन सी की मौजूदगी बढ़ जाती है और मानव शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
दाने, मुँहासे - यह पाचन में सुधार करने के लिए और कुछ त्वचा रोगों के इलाज के लिए उपयोगी है।