बंदरों मैं पपीता के बीज के गर्भनिरोधक प्रभाव देखे गए हैं ।
कई देशों में काली मिर्च के स्थाना पर इनका इस्तेमाल होता है।
पपीता के पेड़ को अजीब तरह के नामों से भी जाना जाता है।
  
9 वर्षों के निरंतर विकास के बाद जूजूबे न्वोछांग के किसानों द्वारा आमदनी को बढ़ाने का तरीका बना। यहां किसानों की वार्षिक आदमनी में लगभग 80 प्रतिशत जूजूबे से आयी है।